T20 World Cup 2024: विकेटकीपर के लिए कई अहम दावेदार………..इन चारो में से किसे मिलेगा मौका

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए बड़ी संख्या में युवा क्रिकेटरों के आने से टीम चुनने का काम कठिन हो गया है।हालात ऐसे हो गए हैं कि एक-एक स्थान के लिए कई-कई दावेदार नजर आ रहे हैं। विकेटकीपर के लिए भी कई अहम दावेदार दिखाई दे रहे हैं।ऋषभ पंत की वापसी की कोई समयसीमा नहीं होने के कारण 4 विकेटकीपर बल्लेबाज टी-20 विश्व कप 2024 की दौड़ में हैं।

सीमित मैचों में ही खिलाड़ियों को करना होगा प्रभावित 

टी-20 विश्व कप 2024 के लिए युवा खिलाड़ियों ईशान किशन और जितेश शर्मा 2 मजबूत और प्रभावशाली विकल्प हैं।इसी तरह अनुभवी केएल राहुल और संजू सैमसन भी इस मेगा टूर्नामेंट के लिए अपनी मजबूत दावेदारी जता रहे हैं।हालांकि, विश्व कप से पहले सीमित टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के साथ इन 4 खिलाड़ियों को विश्व कप टीम में नामित होने के लिए सीमित मैचों में ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

केएल राहुल 

टी-20 विश्व कप 2024 में विकेटकीपर के रूप में चयनकर्ताओं के लिए राहुल सबसे आसान विकल्प होंगे।राहुल को कीपर के रूप में रखने से भारत के लिए कई समस्याएं हल हो जाएंगी।वह लाइन-अप में कहीं भी बल्लेबाजी कर सकता है, जिससे कप्तानों को शुरुआती एकादश में एक अतिरिक्त बल्लेबाज लाने का मौका मिलता है।वह सबसे अनुभवी हैं, अगर रोहित शर्मा या हार्दिक पंड्या चूक जाते हैं तो वह कप्तान की जिम्मेदारी संभालने में भी सक्षम हैं।

ईशान किशन 

ईशान के पास टी-20 विश्व कप में खेलने का अच्छा मौका है। पंत की अनुपस्थिति में वह सफेद गेंद वाले क्रिकेट में नियमित हो गए हैं।पहले अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहने के बावजूद वह धीरे-धीरे एक भरोसेमंद बल्लेबाज बन गए हैं, जो जरूरत पड़ने पर फ्लोटर भी बन सकते हैं।उन्हें अपनी छाप छोड़ने के लिए IPL 2024 के अलावा दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम और अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 सीरीज में 6 मैच खेलने हैं।

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जितेश शर्मा 

30 वर्षीय जितेश शर्मा को भारत की टी-20 टीमों में ज्यादा सफलता नहीं मिली है।उन्होंने एशियाई खेलों में नेपाल क्रिकेट टीम के खिलाफ पदार्पण किया था। घरेलू क्रिकेट में इस बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट लगभग 150 का है।उनके कौशल का एक उदाहरण चौथे टी-20 अंतरराष्ट्रीय में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रायपुर में 19 गेंदों में 35 रन की पारी थी।जितेश के शॉट्स की विस्तृत श्रृंखला ने सभी को प्रभावित किया।

संजू सैमसन 

संजू की कहानी अब तक बहुत नाटकीय ढंग की रही है।2015 में भारत की टी-20 टीम में जगह बनाने के बाद संजू को खुद को में स्वत: पसंद के रूप में स्थापित करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी।टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उनका बल्ले से प्रदर्शन खराब रहा है और इन सभी वर्षों में उन्होंने केवल एक ही अर्धशतक बनाया है।उन्होंने अब तक 24 अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट मैचों में 20 से कम की औसत से 374 रन बनाए हैं।

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