MOBILE ADDICTION: मोबाइल पर समय की बर्बादी रोकें………… इन सेटिंग्स से पाएं राहत

आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके अत्यधिक उपयोग से समय की बर्बादी और शारीरिक तथा मानसिक समस्याओं का खतरा भी बढ़ गया है। खासकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब रील्स ने हमारी स्क्रीन टाइम को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। कई बार ऐसा होता है कि हम मोबाइल पर रील्स या अन्य सामग्री देखते-देखते घंटों बिता देते हैं और इसका हमें पता भी नहीं चलता। देर रात तक जागते रहना, खासकर रील्स देखते हुए, हमारी नींद पर बुरा प्रभाव डालता है। इसका परिणाम यह होता है कि नींद पूरी न होने के कारण शरीर में थकान, तनाव और अन्य शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं।
स्मार्टफोन की लत के नुकसान
लोग अक्सर सोने से पहले सोशल मीडिया पर समय बिताते हैं और कई बार रील्स देखते हुए रात के 2-3 बज जाते हैं। इससे न केवल नींद की कमी होती है, बल्कि ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी प्रभावित होती है। ज्यादा स्क्रीन टाइम के कारण सिरदर्द, आंखों में जलन और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, इसका सीधा असर हमारी कार्यक्षमता और दैनिक जीवन की अन्य गतिविधियों पर भी पड़ता है।
स्मार्टफोन लत कम करने के उपाय
स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से बचने और इस लत को कम करने के लिए आपको कुछ साधारण सेटिंग्स का उपयोग करना चाहिए, जो आपके फोन पर आपकी गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। एंड्रॉयड यूजर्स के लिए “डिजिटल वेलबीइंग एंड पैरेंटल कंट्रोल” फीचर बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। यह फीचर आपके फोन पर आपके द्वारा इस्तेमाल किए गए समय का विश्लेषण करने और उसे नियंत्रित करने में मदद करता है।
कैसे करें सेटिंग को चालू
अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में इस सुविधा का उपयोग करने के लिए सबसे पहले फोन की सेटिंग्स में जाएं और वहां “डिजिटल वेलबीइंग एंड पैरेंटल कंट्रोल” विकल्प खोजें। इस पर टैप करने के बाद, आपको स्क्रीन पर यह दिखेगा कि आपने कौन-सा ऐप कितनी देर तक उपयोग किया है। यह आपको आपके स्क्रीन टाइम की सटीक जानकारी देगा और आपको यह समझने में मदद करेगा कि आप किस ऐप पर कितना समय बिता रहे हैं।
इसके बाद, आपको ऐप लिमिट्स का विकल्प दिखाई देगा, जहां से आप किसी भी ऐप के लिए टाइमर सेट कर सकते हैं। सभी ऐप्स की सूची सामने आएगी, और जिस ऐप पर आपको टाइमर सेट करना है, उस पर क्लिक करें। अब, ऐप टाइमर पर टैप करके अपनी सुविधानुसार समय सीमा निर्धारित करें और “ओके” पर क्लिक कर दें। यह प्रक्रिया आपको स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग को नियंत्रित करने में मदद करेगी।
इस सेटिंग के फायदे
यह सेटिंग चालू करने के बाद, आप निर्धारित समय सीमा के भीतर ही उस ऐप का उपयोग कर पाएंगे। मान लीजिए, आपने इंस्टाग्राम के लिए एक घंटे का समय निर्धारित किया है, तो एक घंटे बाद ऐप स्वतः ही आपको नोटिफिकेशन भेजेगा कि आपका टाइम खत्म हो चुका है। यह एक प्रभावी तरीका है, जो आपको स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करने में मदद करता है।
आप इसे सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले सोशल मीडिया ऐप्स के लिए खासतौर पर लागू कर सकते हैं, ताकि आप अनजाने में घंटों मोबाइल पर समय बिताने से बच सकें। यदि आपको निर्धारित समय से अधिक उपयोग करना है, तो आपको सेटिंग्स में जाकर फिर से समय सीमा को बदलना पड़ेगा, जिससे आपका ऐप पर जरूरत से ज्यादा समय बिताने की संभावना कम हो जाती है।
निष्कर्ष
स्मार्टफोन की लत से बचने के लिए डिजिटल वेलबीइंग जैसे फीचर्स का उपयोग करना बेहद लाभदायक साबित हो सकता है। यह न केवल आपके स्क्रीन टाइम को कम करता है, बल्कि आपको अनुशासित तरीके से अपने फोन का उपयोग करने में मदद करता है। इस तरह, आप अपनी नींद, सेहत और कामकाजी जीवन को संतुलित कर सकते हैं, जिससे आपकी उत्पादकता भी बढ़ेगी और मानसिक शांति भी मिलेगी।