SURGUJA SAMBHAG: सरगुजा संभाग में यहाँ बन रहे नवीन मेडिकल कॉलेज के लिए ई-टेंडर जारी……………..सरगुजा संभाग को मिलेगा बड़ा तोहफा

राज्य के विकास और सुशासन के प्रति मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का दृढ़ संकल्प अब स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ मिलकर राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इसी प्रयास के तहत राज्य के चार जिलों—जांजगीर चांपा, कबीरधाम, मनेंद्रगढ़, और दंतेवाड़ा—में नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए निविदा जारी कर दी गई है, जो राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
मनेंद्रगढ़: राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में नया केंद्र
इन चार नए मेडिकल कॉलेजों में मनेंद्रगढ़ का विशेष महत्व है। मनेंद्रगढ़, जो कि राज्य का एक प्रमुख जिला है, अब एक अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज का घर बनने जा रहा है। इस कॉलेज से न केवल स्थानीय निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा, बल्कि यह जिला मेडिकल शिक्षा के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभर सकता है। मनेंद्रगढ़ में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए यह नया कॉलेज क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह कॉलेज न केवल इलाज की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि मेडिकल छात्रों के लिए भी एक प्रमुख केंद्र बनेगा, जिससे क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
1020.60 करोड़ रूपए की योजना
इन चार मेडिकल कॉलेजों के निर्माण के लिए 1020.60 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। इस धनराशि में कॉलेजों की प्लानिंग, डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग और निर्माण कार्य शामिल हैं। निविदा प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए ई-टेंडर जारी किए गए हैं। निविदा दस्तावेज 11 अक्टूबर 2024 से ऑनलाइन उपलब्ध होंगे, और इच्छुक कंपनियों को बिड जमा करने की अंतिम तिथि 7 नवंबर 2024 तक दी गई है। यह प्रक्रिया राज्य सरकार की आधुनिक और पारदर्शी नीति का एक हिस्सा है, जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देती है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल का बयान
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इन नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से राज्य के युवाओं और चिकित्सा क्षेत्र में अध्ययनरत छात्रों को उच्चस्तरीय शिक्षा और सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। श्री जायसवाल ने कहा, “हमारा उद्देश्य राज्य के सभी वर्गों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का अधिकतम लाभ देना है।”
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार का यह कदम न केवल चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि नए मेडिकल कॉलेजों के आने से क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, और राज्य की समग्र स्वास्थ्य व्यवस्था को एक नई दिशा मिलेगी।
स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार
इन मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से जांजगीर चांपा, कबीरधाम, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा में चिकित्सा सुविधाओं का व्यापक विस्तार होगा। ये कॉलेज न केवल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक प्रमुख केंद्र बनेंगे, बल्कि चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। राज्य सरकार की इस पहल से न सिर्फ राज्य के लोगों को फायदा होगा, बल्कि अन्य राज्यों के लोग भी इस क्षेत्र की चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
स्थानीय लोगों के लिए बेहतरीन अवसर
इन चार जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह परियोजना न केवल चिकित्सा शिक्षा में सुधार लाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी। मनेंद्रगढ़ जैसे जिलों में यह कॉलेज वहां के युवाओं और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक नया आयाम खोलने वाला है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की यह पहल राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती देने के साथ-साथ चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगी। मनेंद्रगढ़ और अन्य जिलों में इन मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से राज्य के स्वास्थ्य मानकों में सुधार होगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।