PARIS OLYMPICS 2024: ओलंपिक के इतिहास में भारत ने मुक्केबाजी में जीते हुए हैं कुल 3 पदक……………….. इस बार पेरिस ओलंपिक में ये भारतीय मुक्केबाज पेश करेंगे चुनौती 

पेरिस ओलंपिक की शुरुआत आज 26 जुलाई से होगी, जिसमें 110 से अधिक भारत के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।पिछले टोक्यो ओलंपिक में भारत को मुक्केबाजी में सिर्फ 1 पदक मिला और पेरिस खेलों में भी भारत के मुक्केबाज अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।बता दें कि अब तक ओलंपिक के इतिहास में भारत ने मुक्केबाजी में कुल 3 पदक जीते हुए हैं।इस बीच पेरिस ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजी दल से जुड़ी अहम जानकारी पर एक नजर डालते हैं।

7 भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे मुक्केबाज

2024 पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाजी प्रतियोगिता 27 जुलाई से 11 अगस्त के बीच आयोजित की जाएगी।इसमें 13 भार वर्ग में मुक्केबाज खेलते हुए नजर आएंगे। पुरुषों के लिए 7 और महिलाओं के लिए 6 वर्ग तय किए गए हैं।विलेपिन्टे में एरिना पेरिस नॉर्ड प्रारंभिक दौर की मेजबानी करेगा, जबकि सेमीफाइनल और फाइनल प्रतिष्ठित रोला गैरों में आयोजित किए जाएंगे। बता दें कि क्वार्टर फाइनल 31 जुलाई से शुरू होंगे।

ये भारतीय मुक्केबाज पेश करेंगे चुनौती 

इस बार भारत के कुल 6 मुक्केबाज पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। पुरुषों में सिर्फ अमित पंघाल और निशांत देव अपने-अपने वर्गों में चुनौती पेश करेंगे। महिलाओं में निकहत जरीन, प्रीति पवार, जैस्मीन लेम्बोरिया और लवलीना बोरगोहेन पर नजरें होंगी।

भारत के सिर्फ 3 मुक्केबाजों ने जीते हैं पदक

इस सदी से पहले तक भारत के पास मुक्केबाजी में एक भी ओलंपिक पदक नहीं था।2008 में विजेंदर सिंह ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने थे। उन्होंने कांस्य पदक जीता था। उनके अलावा कोई अन्य पुरुष मुक्केबाज कभी पदक नहीं जीत पाया।मैरी कॉम ने 2012 लंदन खेलों में महिलाओं की फ्लाईवेट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।टोक्यो में लवलीना बोरगोहेन ने 69 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

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इन मुक्केबाजों से होगी पदक की आस 

लवलीना से एक बार फिर पदक के लिए आस होगी। वह मुक्केबाजी में 2 ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बन सकती है। हालांकि, 75 किलोग्राम में उनकी चुनौती आसान नहीं रहने वाली है।निकहत महिलाओं की 50 किलोग्राम वर्ग में पदक की दावेदार होंगी। वह विश्व चैंपियनशिप में 2 पदक जीतकर खुद को साबित कर चुकी हैं।पुरुषों के 51 किलोग्राम वर्ग में पंघाल पदक जीतने की कोशिश करेंगे।


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