PANCHANG: 30 अक्टूबर 2024 का पंचांग………आज नरक चतुर्दशी के दिन कितने दीप जलाना होता है शुभ?…… जानें यहाँ……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी है सुबह 13:14 के बाद चतुर्दशी लग जाएगी । आज हस्त नक्षत्र है। आज बुधवार है। आज राहुकाल 11:41 से 13:05 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 30 अक्टूबर 2024 |
दिवस | बुधवार |
माह | कार्तिक |
पक्ष | कृष्ण |
तिथि | त्रयोदशी, सुबह 13:14 के बाद चतुर्दशी |
सूर्योदय | 06:02:29 |
सूर्यास्त | 17:18:50 |
करण | वणिज |
नक्षत्र | हस्त |
सूर्य राशि | तुला |
चन्द्र राशि | कन्या |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजित | आज अभिजित नहीं है। |
राहुकाल | 11:41 से 13:05 तक |
छोटी दिवाली का पर्व, जिसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है, इस वर्ष आज 30 अक्टूबर, बुधवार को मनाया जा रहा है । यह पर्व दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है और दीपक जलाने की विशेष परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छोटी दिवाली के दिन 14 दीपक जलाने की परंपरा है। आइए जानते हैं इन 14 दीपों का महत्व, स्थान, और अन्य जरूरी बातें।

छोटी दिवाली पर 14 दीपक जलाने का महत्व
छोटी दिवाली का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन 14 दीपक जलाने से यमराज प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इन दीपकों का स्थान और उनके महत्व के बारे में शास्त्रों में विस्तार से वर्णन किया गया है।
इन स्थानों पर जलाएं दीपक
- यमराज के लिए दीपक – मुख्य द्वार के बाहर एक दीपक यमराज के निमित्त जलाएं। यह दीया मृत्यु के भय से मुक्ति और सुख-शांति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- मां काली के लिए दीपक – दूसरा दीपक मां काली के लिए जलाएं। इसे घर में किसी शांत स्थान पर रखा जाता है ताकि घर से नकारात्मकता दूर हो।
- भगवान श्रीकृष्ण के लिए दीपक – तीसरा दीपक भगवान श्रीकृष्ण के लिए जलाएं, जो जीवन में शुभता और सौभाग्य का प्रतीक है।
- मुख्य द्वार पर दीपक – चौथा दीपक घर के मुख्य द्वार पर रखें ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो।
- पूर्व दिशा में दीपक – घर की पूर्व दिशा में एक दीपक जलाना शुभ माना जाता है, जो समृद्धि का प्रतीक है।
अन्य स्थानों पर दीपक जलाने का तरीका
छोटी दिवाली पर छठा दीपक रसोई में मां अन्नपूर्णा के लिए जलाएं, जिससे घर में अन्न और धन की बरकत बनी रहे। सातवां दीपक घर की छत पर रखें और आठवां दीपक तुलसी माता के सामने जलाएं। बाकी के अन्य दीपक आप बालकनी, सीढ़ियों, या अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर रख सकते हैं।
दीपक जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
छोटी दिवाली पर सरसों के तेल में दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। ध्यान रखें कि ये 14 दीपक घर के मंदिर के आगे जलाए जाने वाले दीये से अलग होने चाहिए। साथ ही, दीपक ऐसे स्थान पर रखें जहां किसी का पैर गलती से न लगे। इस प्रकार छोटे-छोटे नियमों का पालन करके छोटी दिवाली का पर्व सुख और समृद्धि के साथ मनाया जा सकता है।
शुभ योग में करें पूजा और उपाय
छोटी दिवाली के दिन अपने इष्टदेव या देवी-देवता के आगे घी का दीपक जलाएं और फिर 14 दीपकों को विभिन्न स्थानों पर जलाकर रखें। यह पर्व खुशियों से भरे दीपों का उत्सव है जो आपके घर में शुभता और सौभाग्य का संचार करता है।