September 13, 2024 11:38 am

PANCHANG: 29 जुलाई 2024 का पंचांग……कब है पुत्रदा एकादशी?……………जानें पूजा विधि और शुभ मुहूर्त………पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।

पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।

आज श्रावण माह कृष्ण पक्ष की नवमी है। आज भरणी नक्षत्र है। आज सोमवार है। आज राहुकाल 07:07 से 08:46 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।

आज का पंचांग (अंबिकापुर)

दिनांक29 जुलाई 2024
दिवससोमवार
माहश्रावण
पक्षकृष्ण
तिथिनवमी
सूर्योदय05:27:52
सूर्यास्त18:39:17
करणगर
नक्षत्रभरणी
सूर्य राशिकर्क
चन्द्र राशिमेष

मुहूर्त (अंबिकापुर)

शुभ मुहूर्त- अभिजीत 11:37 से 12:30 तक
राहुकाल 07:07 से 08:46 तक

22 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो चुकी है। हिंदू धर्म में इस माह को बरसात और हरियाली का प्रतीक माना जाता है। इस दौरान महादेव की पूजा का विधान है। कहते हैं कि सावन महादेव का प्रिय माह होता है। ऐसे में उनकी पूजा पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। सावन में आने वाले सभी सोमवार को भोलेनाथ की पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है। वहीं इस माह में आने वाली पुत्रदा एकादशी को सभी व्रतों में विशेष माना गया है। मान्यताओं के अनुसार पुत्रदा एकादशी का ये व्रत हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। 

इसे भी पढ़ें:  NCERT Recruitment 2024: एनसीईआरटी में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का मौका..............इस तारीख तक करें आवेदन

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस एकादशी का व्रत रखने से मनचाहे परिणामों की प्राप्ति होती हैं। ये व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। माना जाता है कि पुत्रदा एकादशी का उपवास करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान विष्णु सारे पापों से छुटकारा दिलाते हैं। ऐसे में आइए जान लेते हैं कि इस साल  पुत्रदा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा।

सावन में कब है पुत्रदा एकादशी ?


पुत्रदा एकादशी तिथि की शुरुआत 15 अगस्त की सुबह 10 बजकर 26 मिनट से होगी। इसका समापन 16 अगस्त सुबह 9 बजकर 39 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार 16 अगस्त 2024 को पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। 3 of 5

शुभ योग


पंचांग के अनुसार पुत्रदा एकादशी के दिन प्रीति योग का निर्माण हो रहा है। माना जाता है कि इस योग में लक्ष्मीनारायण की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं। इस दिन प्रीति योग दोपहर 1 बजकर 12 मिनट तक रहने वाला है। 

पुत्रदा एकादशी पूजा विधि


पुत्रदा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की एक साथ पूजा करें। पूजा के दौरान उन्हें पीले वस्त्र, केला, नारियल, मिठाई आदि अर्पित जरूर करना चाहिए। ऐसा  करने से पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। फिर पुत्रदा एकादशी की व्रत कथा पढ़ें। बाद में आरती करें। इसके बाद भगवान विष्णु से सुख-समृद्धि की कामना करते हुए पूजा समाप्त करें। 

भगवान विष्णु की आरती

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥

इसे भी पढ़ें:  PARIS OLYMPIC 2024: आज पेरिस ओलंपिक के तीसरे दिन मेडल जीत सकता है भारत...................इन खेलों पर टिकी फैंस की निगाहें

 जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय…॥

मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय…॥

तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय…॥

तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…॥

तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥

दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥

विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥

तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥

जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय…॥

‘इस लेख में निहित जानकारी को विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कर आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

इस वेबसाइट पर निःशुल्क प्रकाशन के लिए ambikapurcity@gmail.com पर आप प्रेस विज्ञप्ति भेज सकते है।


क्या आपने इसे पढ़ा:

error: Content is protected !!