PANCHANG: 28 जनवरी 2024 का पंचांग ……. आज कृष्ण तृतीया तिथि ………. पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग के अनुसार 28 जनवरी 2024, आज रविवार को सूर्य देव की पूजा का दिन है. माघ महीने में गंगा स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना आरोग्य प्रदान करता है. अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो रविवार के दिन तीन झाड़ू खरीदें और वास्तु अनुसार घर में सही दिशा में रखें. मान्यता है इससे घर में लक्ष्मी पधारती हैं.
रविवार के दिन प्रातः काल में मछलियों को आटे की गोलियों खिलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. धन प्राप्ति के लिए रविवार को रोटी में गुड़ रखकर गौ माता को खिलाएं, इस उपाय को करने से साधक को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त, राहुकाल, शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग
28 जनवरी 2024 का पंचांग
तिथि | तृतीया (28 जनवरी, प्रात: 03.36 – 29 जनवरी, सुबह 06.10) |
पक्ष | कृष्ण |
वार | रविवार |
नक्षत्र | मघा |
योग | सौभाग्य |
राहुकाल | सुबह 04.36 – शाम 05.57 |
सूर्योदय | सुबह 07.12 – शाम 05.57 |
चंद्रोदय | रात 08.18 – सुबह 08.52, 29 जनवरी |
दिशा शूल | पश्चिम |
चंद्र राशि | सिंह |
सूर्य राशि | मकर |
28 जनवरी 2024 शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 05.25 – सुबह 06.19 |
अभिजित मुहूर्त | दोपहर 12.13 – दोपहर 12.56 |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 05.54 – शाम 06.21 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02.22 – दोपहर 03.05 |
निशिता काल मुहूर्त | प्रात: 12.07 – प्रात: 1.00, 29 जनवरी |
28 जनवरी 2024 अशुभ मुहूर्त
- यमगण्ड – दोपहर 12.34 – दोपहर 01.55
- गुलिक काल – दोपहर 03.15 – शाम 04.36
- अडाल योग – सुबह 07.12 – दोपहर 03.53
- विडाल योग – दोपहर 03.53 – सुबह 07.11, 29 जनवरी
आज का उपाय
- ‘ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:’ – रविवार के दिन 11 बार इस मंत्र का जाप करें. सूर्य को अर्घ्य दें. मान्यता है इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. व्यक्ति अपने लक्ष्य को पाने में सफल होता है.
- आर्थिक तंगी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रविवार को एक तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें कुमकुम मिलाकर बरगद पर अर्पित करे. ये उपाय नियमित रूप से भी कर सकते हैं.
इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’