PANCHANG: 26 नवंबर 2023 का पंचांग………कब है कार्तिक पूर्णिमा?……… जानें सही तिथि और महत्व……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।
आज कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है व भरनी नक्षत्र है। आज रविवार है। आज राहुकाल 15:48 से 17:10 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 26 नवंबर 2023 |
दिवस | रविवार |
माह | कार्तिक |
पक्ष | शुक्ल पक्ष |
तिथि | चतुर्दशी |
सूर्योदय | 06:19:05 |
सूर्यास्त | 17:09:33 |
करण | वणिज |
नक्षत्र | भरनी |
सूर्य राशि | वृश्चिक |
चन्द्र राशि | मेष |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:23 से 12:06 तक |
राहुकाल | 15:48 से 17:10 तक |
इस साल 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन शिव जी ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इस दिन को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान, दान-पुण्य और दीपदान करने का बहुत महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी के साथ चंद्रदेव की पूजा करने से भक्तों की आर्थिक, मानसिक और शारीरिक समस्याएं दूर होती हैं। इस दिन गंगा या अन्य किसी पवित्र नदी अथवा जलकुंड में स्नान करना बहुत फलदाई है।
कार्तिक पूर्णिमा तिथि 2023
पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 26 नवंबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट से हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 27 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 45 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा, पूर्णिमा व्रत, कार्तिक गंगा स्नान-दान करना शुभ होगा।
कार्तिक पूर्णिमा महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक मास को बहुत पवित्र माना जाता है। इस माह में भगवान विष्णु चार माह की योग निद्रा के बाद जागते हैं। इसके अलावा इस माह में तुलसी जी का भी विवाह किया जाता है। वहीं कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा नदी में स्नान करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। साथ ही इस दिन चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन में वृद्धि होती है।
कार्तिक पूर्णिमा उपाय
आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करके पीपल के पेड़ पर दूध में शक्कर मिलाकर चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और धन-दौलत में बढ़ोतरी होगी। वहीं यदि काफी प्रयास के बाद भी आपको करियर और कारोबार में तरक्की नहीं मिल पा रही है तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन न मां लक्ष्मी को केसर की खीर का भोग लगाएं। साथ ही विधि-विधान से मां लक्ष्मी की उपासना करें। उनकी पूजा में पीली कौड़ियां चढ़ाएं। फिर अगले दिन सुबह उन कौड़ियों को धन की तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से करियर और कारोबार में तरक्की मिलेगी और धन में भी वृद्धि होगी। ज्योतिष के अनुसार यदि आप पर बहुत ज्यादा कर्ज हो गया है और जीवन में सुख-समृद्धि का अभाव है तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में जाकर दीपदान करें। ऐसा करने से आपको कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।
'इस लेख में निहित जानकारी को विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कर आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'