October 13, 2024 5:55 am

PANCHANG: 20 सितम्बर 2024 का पंचांग…………कब है इंदिरा एकादशी?………… जानें पूजा मुहूर्त और महत्व…….…पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।

पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।

आज आश्विन माह कृष्ण पक्ष की तृतीया है। आज आश्विन नक्षत्र है। आज शुक्रवार है। आज राहुकाल 10:19 से 11:50 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।

आज का पंचांग (अंबिकापुर)

दिनांक20 सितम्बर 2024
दिवसशुक्रवार
माहआश्विन
पक्षकृष्ण
तिथितृतीया
सूर्योदय05:46:26
सूर्यास्त17:54:12
करणवणिज
नक्षत्रअश्विनी
सूर्य राशिकन्या
चन्द्र राशिमेष

मुहूर्त (अंबिकापुर)

शुभ मुहूर्त- अभिजित 11:26 से 12:15 तक
राहुकाल 10:19 से 11:50 तक

हिंदू धर्म में आश्विन मास की पहली एकादशी व्रत का बहुत महत्व है। इसे इंदिरा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत करने से अनेक पुण्य प्राप्त होते हैं और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इंदिरा एकादशी व्रत हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए रीति-रिवाज के अनुसार पूजा और व्रत किया जाता है। इससे लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

इसे भी पढ़ें:  RASHIFAL: 20 सितम्बर 2024 का राशिफल.........जाने कैसा रहेगा आज का दिन..............और किस राशि की चमकेगी किस्मत

इंदिरा एकादशी तिथि और मुहूर्त

पंचांग के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 27 सितंबर, शुक्रवार को दोपहर 1:20 बजे शुरू होगी और शनिवार, 28 सितंबर को दोपहर 2:49 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार इंदिरा एकादशी व्रत 28 सितंबर, शनिवार को रखा जाएगा और 29 सितंबर, सुबह 6:13 से 8:36 बजे तक रविवार को पारण किया जाएगा।

एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इस दिन पूजा का शुभ समय शाम 5:23 से 14:52 तक है.। इस पूजा के शुभ समय में ब्रह्म मुहूर्त और विजय मुहूर्त शामिल हैं।

इंदिरा एकादशी पूजा विधि

  • इंदिरा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
  • भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर को किसी साफ स्थान पर एक आसन पर रखें।
  • भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प लें।
  • भगवान को पीले फूल अर्पित करें। पीला रंग भगवान विष्णु को प्रिय है।
  • अगरबत्ती और दीपक जलाकर क्षेत्र को शुद्ध करें।
  • भगवान को प्रसाद के रूप में फल, मिठाई या सात्विक भोजन अर्पित करें।
  • इंदिरा एकादशी की कथा कहें और भगवान विष्णु की आरती करें।
  • पूजा के बाद प्रसाद लें और गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें।

इंदिरा एकादशी मंत्र जाप

मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन। यत्पूजितं मया देव परिपूर्ण तदस्तु मे॥
ॐ श्री विष्णवे नमः। क्षमा याचनाम् समर्पयामि॥

‘इस लेख में निहित जानकारी को विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कर आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’


इस वेबसाइट पर निःशुल्क प्रकाशन के लिए ambikapurcity@gmail.com पर आप प्रेस विज्ञप्ति भेज सकते है।


क्या आपने इसे पढ़ा:

error: Content is protected !!