PANCHANG: 17 अक्टूबर 2024 का पंचांग………..जानें 29 या 30 अक्तूबर कब है धनतेरस?……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज आश्विन माह शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा है। आज रेवती नक्षत्र है। आज गुरूवार है। आज राहुकाल 13:09 से 14:35 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 17 अक्टूबर 2024 |
दिवस | गुरूवार |
माह | आश्विन |
पक्ष | शुक्ल |
तिथि | पूर्णिमा |
सूर्योदय | 05:56:08 |
सूर्यास्त | 17:28:26 |
करण | बव |
नक्षत्र | रेवती |
सूर्य राशि | कन्या |
चन्द्र राशि | मीन |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजित | 11:19 से 12:05 तक |
राहुकाल | 13:09 से 14:35 तक |
दीपों के महापर्व दीपावली का आगमन अब निकट है, और इससे पहले लोग हर्षोल्लास के साथ पांच दिवसीय त्योहार धनतेरस से इसकी शुरुआत करते हैं। इस वर्ष धनतेरस का पर्व 29 अक्तूबर 2024 को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं इस विशेष अवसर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे शुभ तिथि, खरीदारी के सुझाव और पूजा विधि।
धनतेरस 2024: तिथि और शुभ मुहूर्त
इस साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 29 अक्तूबर 2024, मंगलवार को प्रातः 10:32 बजे होगा और यह 30 अक्तूबर को दोपहर 1:15 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार, 29 अक्तूबर को धनतेरस मनाई जाएगी।
- धन्वंतरि पूजा मुहूर्त: प्रातः 6:31 से 8:44 तक
- धनतेरस पूजा मुहूर्त: संध्या 6:31 से 8:12 तक (अवधि: 1 घंटा 41 मिनट)
धनतेरस पर किन चीजों की खरीदारी है शुभ?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनतेरस के दिन सोना, चांदी, बर्तन, वाहन और संपत्ति में निवेश शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन घर में झाड़ू लाना अत्यधिक लाभकारी होता है, क्योंकि इसे माता लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। झाड़ू घर में समृद्धि और बरकत लाने का प्रतीक मानी जाती है।
- स्वर्ण और चांदी: धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है।
- बर्तन: नए बर्तनों का आगमन घर में सुख-समृद्धि को बढ़ावा देता है।
- वाहन और संपत्ति: अगर आप नया वाहन या संपत्ति खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो धनतेरस का दिन अति शुभ होता है।
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन विधिपूर्वक भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा करें। शुभ मुहूर्त में पूजा करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।
पूजा विधि:
- धन्वंतरि देव, मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
- कुबेर देव और धन्वंतरि देव की पूजा आरंभ करें।
- घी का दिया जलाकर, घर के मुख्य द्वार पर संध्या में दीप जलाएं।
- धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग लगाएं और मंत्रों का जाप कर आरती करें।
इस प्रकार, विधिपूर्वक धनतेरस की पूजा कर आप अपने घर में सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति कर सकते हैं।