PANCHANG: 14 अक्टूबर 2024 का पंचांग………..इस साल करवा चौथ पर लगेगी भद्रा, जानें पूजा और चांद निकलने का समय……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज आश्विन माह शुक्ल पक्ष की द्वादशी है। आज शतभिष नक्षत्र है। आज सोमवार है। आज राहुकाल 07:22 से 08:49 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 14 अक्टूबर 2024 |
दिवस | सोमवार |
माह | आश्विन |
पक्ष | शुक्ल |
तिथि | द्वादशी |
सूर्योदय | 05:54:51 |
सूर्यास्त | 17:31:00 |
करण | बव |
नक्षत्र | शतभिष |
सूर्य राशि | कन्या |
चन्द्र राशि | कुंभ |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजित | 11:20 से 12:06 तक |
राहुकाल | 07:22 से 08:49 तक |
करवा चौथ हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है, जिसे कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्तूबर 2024 को रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए निर्जला उपवास रखती हैं। व्रत का पारण चांद के दर्शन और पूजा के बाद किया जाता है।
सरगी से होती है व्रत की शुरुआत
व्रत की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पहले सरगी खाने से की जाती है, जो आमतौर पर सास द्वारा बहू को दी जाती है। इसके बाद दिनभर महिलाएं जल-अन्न ग्रहण नहीं करतीं। शाम को करवा माता, भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा विधिवत की जाती है।
करवा चौथ 2024 तिथि और भद्रा का समय
- करवा चौथ तिथि का प्रारंभ: 20 अक्तूबर 2024 को सुबह 6:46 बजे
- तिथि का समापन: 21 अक्तूबर 2024 को सुबह 4:16 बजे
- भद्रा का समय: सुबह 6:25 बजे से 6:46 बजे तक (भद्रा का वास स्वर्ग में)
नोट: इस वर्ष भद्रा केवल दिन में 21 मिनट के लिए है, इसलिए पूजा कार्यों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
- शाम का पूजा मुहूर्त: 20 अक्तूबर 2024 को शाम 5:46 बजे से 7:02 बजे तक
इस दौरान महिलाएं करवा माता की पूजा कर सकती हैं। इस मुहूर्त में पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
चांद निकलने का समय
व्रत के पारण के लिए चंद्रमा के दर्शन अनिवार्य होते हैं।
- चांद निकलने का समय: शाम 7:44 बजे
- व्रत पारण का समय: चंद्र दर्शन के बाद 7:53 बजे से
करवा चौथ 2024 के योग और करण
- कृत्तिका नक्षत्र और व्यतीपात योग का संयोग
- चंद्रमा की स्थिति: वृषभ राशि में
- करण: विष्टि, बव, और बालव
अन्य मुहूर्त और राहुकाल
- राहुकाल: शाम 4:20 से 5:45 बजे तक (इस समय पूजा से बचें)
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:43 से 12:28 बजे तक
विशेष सुझाव
करवा चौथ पर पूजा के दौरान लाल या पीले वस्त्र धारण करना और करवा माता की आराधना में चावल, रोली, और जल से भरा करवा रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। महिलाओं को व्रत के पारण से पहले भगवान गणेश और चंद्रमा का विधिपूर्वक पूजन करना चाहिए।
इस प्रकार, शुभ मुहूर्त और ज्योतिषीय योगों के साथ करवा चौथ 2024 का त्योहार न केवल वैवाहिक जीवन में सौहार्द और प्रेम लाएगा बल्कि आध्यात्मिक उन्नति का भी अवसर प्रदान करेगा।