PANCHANG: 13 अगस्त 2024 का पंचांग……….जानिये कब से शुरू हो रहा है भाद्रपद का महीना?………. जानें इस माह के व्रत त्योहार…………..पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत
पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी है लेकिन 9:30:51 के बाद नवमी लग जायेगा। आज विशाखा नक्षत्र है। आज मंगलवार है। आज राहुकाल 15:16 से 16:53 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 13 अगस्त 2024 |
दिवस | मंगलवार |
माह | श्रावण |
पक्ष | शुक्ल |
तिथि | अष्टमी 9:30:51 के बाद नवमी |
सूर्योदय | 05:33:58 |
सूर्यास्त | 18:29:43 |
करण | बालव |
नक्षत्र | विशाखा |
सूर्य राशि | कर्क |
चन्द्र राशि | वृश्चिक |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:36 से 12:28 तक |
राहुकाल | 15:16 से 16:53 तक |
भाद्रपद का महीना जिसे भादो के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर का छठा महीना है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर में पड़ता है। यह विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी और भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी शामिल है। इस महीने में पितृ पक्ष की शुरुआत भी होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 20 अगस्त को रात 8 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में भाद्रपद माह 20 अगस्त से आरंभ हो रहा है, जो 17 सितंबर 2024 को समाप्त होगा। इसी दिन भाद्रपद पूर्णिमा है और इस दिन से पितृ पक्ष भी आरंभ हो जाएंगे। वैदिक ज्योतिष में भादो का महीना सूर्य के सिंह राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है और आमतौर पर साल का पांचवां महीना होता है।
भाद्रपद माह का महत्व
हिंदू धर्म में भाद्रपद के महीने का विशेष महत्व है। इस माह में विघ्नहर्ता गणेश के साथ श्री कृष्ण ने जन्म लिया था। साथ ही इस महीने में गौरी-शंकर की आराधना हरतालिका तीज व्रत के रूप में की जाती है। इस महीने में स्नान दान के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
भाद्रपद मास में पड़ने वाले व्रत त्योहार
भाद्रपद माह में कई तीज-त्योहार, व्रत और शुभ तिथियां आती हैं। इन त्योहारों में हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, जैन पयुर्षण पर्व और अनंत चतुर्दशी शामिल हैं। आइए जानते हैं भाद्रपद माह के व्रत त्योहार के बारे में।
- 20 अगस्त 2024 मंगलवार – भाद्रपद आरंभ
- 22 अगस्त 2024 गुरुवार – कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरंब संकष्टी चतुर्थी
- 24 अगस्त 2024 शनिवार- बलराम जयंती
- 25 अगस्त 2024 रविवार – भानु सप्तमी
- 26 अगस्त 2024 सोमवार- कृष्ण जन्माष्टमी
- 27 अगस्त 2024 मंगलवार- दही हांडी
- 29 अगस्त 2024 गुरुवार – अजा एकादशी
- 31 अगस्त 2024 शनिवार- प्रदोष व्रत
- 2 सितंबर 2024 सोमवार – पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या, अनवधान, भाद्रपद अमावस्या
- 6 सितंबर 2024 शुक्रवार- वराह जयंती, हरतालिका तीज
- 7 सितंबर 2024 शनिवार- गणेश चतुर्थी
- 8 सितंबर 2024 रविवार- ऋषि पंचमी
- 10 सितंबर 2024 मंगलवार- ललिता सप्तमी
- 11 सितंबर 2024 बुधवार- महालक्ष्मी व्रत आरंभ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
- 14 सितंबर 2024 शनिवार- परिवर्तिनी एकादशी
- 15 सितंबर 2024 रविवार- वामन जयंती, प्रदोष व्रत
- 16 सितंबर 2024 सोमवार-विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति
- 17 सितंबर 2024 मंगलवार – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध, अनवधान
- 18 सितंबर 2024 बुधवार – पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण, भाद्रपद पूर्णिमा