PANCHANG: 08 जुलाई 2024 का पंचांग……..इस शुभ योग में होगी सावन की शुरुआत………..पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत
पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की तृतीया है व आश्लेषा नक्षत्र है। आज सोमवार है। आज राहुकाल 06:59 से 08:41 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 08 जुलाई 2024 |
दिवस | सोमवार |
माह | आषाढ़ |
पक्ष | शुक्ल |
तिथि | तृतीया |
सूर्योदय | 05:18:37 |
सूर्यास्त | 18:45:45 |
करण | तैतुल |
नक्षत्र | आश्लेषा |
सूर्य राशि | मिथुन |
चन्द्र राशि | कर्क |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:35 से 12:29 तक |
राहुकाल | 06:59 से 08:41 तक |
हिन्दू धर्म में वैसे तो सभी महीनों का विशेष महत्व है लेकिन सावन का महीना बेहद खास माना जाता है। श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है। मान्यता है सावन के महीने में की जो भी पूजा पाठ की जाती है उसका विशेष फल प्राप्त होता है। इस बार सावन पर काफी अद्भुत संयोग बन रहे हैं। सावन इस साल विशेष इसलिए भी है क्योंकि सावन के महीने की शुरुआत सोमवार से ही हो रही है। इतना ही नहीं इस बार सावन में विशेष योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन का महीना और इस बार सावन में कितने सोमवार होंगे।
शुभ योगों का संयोग
22 जुलाई को सावन के आरंभ होते ही प्रातः 05: 37 से रात्रि 10: 21 तक सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। वहीं प्रीति योग जो 21 जुलाई को रात्रि 09:11पर शुरू होगा और 22 जुलाई को सायं 05:58 पर समाप्त होगा। तीसरा योग आयुष्मान योग है जो सायं 05: 58 से आरंभ होकर 23 जुलाई को दोपहर 02:36 पर समाप्त होगा।
सावन सोमवार की तिथियां
22 जुलाई 2024- पहला सोमवार
29 जुलाई 2024-दूसरा सोमवार
05 अगस्त 2024- तीसरा सोमवार
12 अगस्त 2024- चौथा सोमवार
19 अगस्त 2024- पांचवा सोमवार
सावन सोमवार का धार्मिक महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष फल प्राप्त होता है। मान्यता है इस दिन जो भी मत पार्वती और भगवान भोलेनाथ की आराधना करता है उसे सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ को अपने पति के रूप में पाने के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। इसके फलस्वरूप महादेव ने पार्वती जी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने का वर दिया। मान्यता है कि जो भी सावन के सोमवार में भगवान भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करता है उसे मनचाहा वर या वधू प्राप्त होता है। इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत रखने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और इसके अलावा राहु-केतु का अशुभ प्रभाव दूर होता है।
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