PANCHANG: 08 दिसंबर 2023 का पंचांग…….इस मासिक शिवरात्रि पर बन रहे हैं ये 3 संयोग………प्राप्त होगा अक्षय फल……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत
पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।
आज मार्गशीर्ष माह कृष्ण पक्ष की एकादशी है व चित्रा नक्षत्र है। आज शुक्रवार है। आज राहुकाल 10:29 से 11:49 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 08 दिसंबर 2023 |
दिवस | शुक्रवार |
माह | मार्गशीर्ष |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
तिथि | एकादशी |
सूर्योदय | 06:27:14 |
सूर्यास्त | 17:10:37 |
करण | बव |
नक्षत्र | चित्रा |
सूर्य राशि | वृश्चिक |
चन्द्र राशि | कन्या |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:27 12:10 तक |
राहुकाल | 10:29 से 11:49 तक |
मार्गशीर्ष महीने में मासिक शिवरात्रि 11 दिसंबर को है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इसके अगले दिन मार्गशीर्ष अमावस्या है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। विवाहित और अविवाहित महिलाएं मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि व्रत करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिषियों की मानें मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि पर दुर्लभ सुकर्मा और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में महादेव की पूजा करने से कई गुना फल प्राप्त होता है। आइए, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी और 12 दिसंबर को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग
मासिक शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 14 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन समाप्त होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग 12 दिसंबर को प्रातः काल 07 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगा। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
सुकर्मा योग
मासिक शिवरात्रि पर सुकर्मा योग का निर्माण संध्याकाल 08 बजकर 59 मिनट तक है। इस दौरान शिव जी की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक है। साथ ही गोधूलि बेला संध्याकाल 05 बजकर 22 मिनट से लेकर 05 बजकर 50 मिनट तक है।
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