PANCHANG: 06 दिसंबर 2024 का पंचांग………….इस दिन रखा जायेगा मोक्षदा एकादशी का उपवास…………..पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।

पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।

आज मार्गशीर्ष माह शुक्ल पक्ष की पंचमी है। आज श्रवण नक्षत्र है। आज शुक्रवार है। आज राहुकाल 10:28 से 11:48 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।

आज का पंचांग (अंबिकापुर)

दिनांक06 दिसंबर 2024
दिवसशुक्रवार
माहमार्गशीर्ष
पक्षशुक्ल
तिथिपंचमी
सूर्योदय06:26:29
सूर्यास्त17:10:20
करणबालव
नक्षत्रश्रवण
सूर्य राशिवृश्चिक
चन्द्र राशिमकर

मुहूर्त (अंबिकापुर)

शुभ मुहूर्त- अभिजित 11:27 से 12:10 तक
राहुकाल 10:28 से 11:48 तक

मोक्षदा एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष रूप से पवित्र माना गया है। यह भगवान विष्णु को समर्पित एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण है। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही, तुलसी चालीसा का पाठ करके भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है।

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मोक्षदा एकादशी 2024 की तिथि और शुभ योग

  • तिथि: 11 दिसंबर 2024
  • योग: वारीयन योग (शाम 6:47 बजे तक)
  • नक्षत्र: रेवती नक्षत्र

तुलसी चालीसा का पाठ करने के लाभ

  1. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
  2. आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
  3. घर और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
  4. पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
  5. ग्रह दोष और नजर दोष समाप्त होते हैं।

तुलसी चालीसा का पाठ करने का विधान

  1. प्रातः स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. तुलसी के पौधे के पास दीप प्रज्वलित करें।
  3. भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए तुलसी चालीसा का पाठ करें।
  4. पाठ के बाद तुलसी को जल अर्पित करें और उनकी परिक्रमा करें।

तुलसी चालीसा का पाठ नियमित रूप से करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। मोक्षदा एकादशी के दिन इसे पढ़ने का विशेष महत्व है, जिससे मोक्ष की प्राप्ति और भगवान का आशीर्वाद सुनिश्चित होता है।

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