PANCHANG: 05 अगस्त 2024 का पंचांग……….…..रक्षाबंधन पर बहनें भाई की कलाई पर इस समय बांधे राखी……………….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत
पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।
पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।
आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की प्रथमा है। आज आश्लेषा नक्षत्र है। आज सोमवार है। आज राहुकाल 07:09 से 08:47 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।
आज का पंचांग (अंबिकापुर)
दिनांक | 05 अगस्त 2024 |
दिवस | सोमवार |
माह | श्रावण |
पक्ष | शुक्ल |
तिथि | प्रथम |
सूर्योदय | 05:30:48 |
सूर्यास्त | 18:35:17 |
करण | बव |
नक्षत्र | आश्लेषा |
सूर्य राशि | कर्क |
चन्द्र राशि | कर्क |
मुहूर्त (अंबिकापुर)
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:37 से 12:29 तक |
राहुकाल | 07:09 से 08:47 तक |
रक्षाबंधन का पर्व सभी बहनों के लिए बेहद खास होता है। इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं, और उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। इस दौरान भाई भी अपनी बहन को रक्षा का वचन देता है, और क्षमता के अनुसार उसे उपहार देता है। भारत में राखी के पवित्र पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसे रिश्तों में मिठास, विश्वास और प्रेम बढ़ाने वाला पर्व माना गया है। इसे हर साल सावन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
सावन माह का समापन 19 अगस्त 2024 को होगा। इस दिन सावन माह का आखिरी सोमवार व्रत भी रखा जाएगा, जो सभी शिव भक्तों के लिए बेहद खास दिन है। वहीं इस दिन रक्षाबंधन का पर्व भी मनाया जाएगा।
भारत में रक्षाबंधन का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिषों के अनुसार इस साल राखी पर करीब 90 साल बाद 4 शुभ महासंयोग बन रहे हैं। इन योग में रक्षाबंधन मनाने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। आइए इसके बारे में जान लेते हैं।
इन महासंयोग का हो रहा है निर्माण
ज्योतिष के अनुसार साल 2024 में रक्षाबंधन के शुभ दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इसके अलावा रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बनेगा। बता दें इस दिन सावन माह का अंतिम सोमवार भी है। ऐसे में राखी के लिए इस दिन को बेहद शुभ माना जा रहा है। इस दौरान सुबह (19 अगस्त 2024) से लेकर रात 8 बजकर 40 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहेगा। साथ ही रवियोग का भी निर्माण हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग में शुभ कार्य करने से हर मनोकामना पूरी होती हैं।
भद्राकाल का समय
18 अगस्त 2024 की रात 2 बजकर 21 मिनट पर भद्रा की शुरुआत होगी। इसका समापन 19 अगस्त 2024 को 1 बजकर 24 मिनट पर होगा। ऐसे में 19 अगस्त के दिन दोपहर को 1 बजकर 24 मिनट के बाद से रक्षा सूत्र बांधा जा सकता है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 19 अगस्त 2024 को दोपहर 1 बजकर 26 मिनट से शाम 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप भाई को राखी बांध सकती हैं।
राखी बांधने की सही विधि
भाई की कलाई पर राखी हमेशा सही विधि से बाधंनी चाहिए। इस दौरान सबसे पहले भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं। फिर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें। इसके बाद उसे मिठाई खिलाएं। फिर भाई की आरती उतारे, और उसके सुखी जीवन की कामना करें। वहीं राखी बंधवाने के बाद भाई को अपनी बहनों के चरण स्पर्श करने चाहिए।
रक्षा बंधन का मंत्र
येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि ,रक्षे माचल माचल:।