PANCHANG: 03 नवंबर 2024 का पंचांग………भाई दूज आज……..जानें भाई दूज तिलक का शुभ मुहूर्त……….पंचांग पढ़कर करें दिन की शुरुआत

पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय और काल की सटीक गणना की जाती है।

पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास और पक्ष आदि की जानकारी देते हैं।

आज कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की द्वितीया है। आज अनुराधा नक्षत्र है। आज रविवार है। आज राहुकाल 15:52 से 17:16 तक हैं। इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज करें।

आज का पंचांग (अंबिकापुर)

दिनांक03 नवंबर 2024
दिवसरविवार
माहकार्तिक
पक्षशुक्ल
तिथिद्वितीया
सूर्योदय06:04:44
सूर्यास्त17:16:27
करणबालव
नक्षत्रअनुराधा
सूर्य राशितुला
चन्द्र राशिवृश्चिक

मुहूर्त (अंबिकापुर)

शुभ मुहूर्त- अभिजित 11:18 से 12:03 तक
राहुकाल 15:52 से 17:16 तक

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष आज 3 नवंबर 2024 को भाई दूज का त्योहार मनाया जा रहा है। यह पर्व भाई-बहन के बीच प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

पौराणिक महत्व और यम द्वितीया का संबंध
हिंदू धर्म में भाई दूज का महत्व सदियों पुराना है। मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर आए थे, जहाँ यमुना ने उनका स्वागत कर टीका लगाया था। तभी से इस दिन को यम द्वितीया के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई। इस दिन भाई को तिलक करने से भाई-बहन के रिश्ते में मजबूती आती है।

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शुभ योग और नक्षत्र का संयोग
पंचांग के अनुसार इस साल भाई दूज पर अनुराधा नक्षत्र और सौभाग्य योग का शुभ संयोग बन रहा है। 3 नवंबर को सुबह 11:39 बजे तक सौभाग्य योग रहेगा, इसके बाद शोभन योग शुरू हो जाएगा। इन योगों में तिलक करने से भाई-बहन के रिश्ते में खुशियां और समृद्धि बढ़ती है।

भाई दूज तिलक का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष भाई दूज पर तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक रहेगा। यह कुल 2 घंटे 12 मिनट का समय है, जिसमें बहनें अपने भाइयों का तिलक कर सकती हैं।

भाई दूज तिलक विधि

  1. भाई दूज के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. एक पूजा थाली में रोली, अक्षत और नारियल का गोला रखें।
  3. भगवान गणेश का नाम लेकर पूजा की शुरुआत करें।
  4. भाई का तिलक कर नारियल का गोला उन्हें दें और आरती करें।
  5. भाई को मिठाई खिलाएं और भोजन कराएं।
  6. अंत में भाई अपनी बहन को उपहार देकर उनका आशीर्वाद लें।

संपूर्ण विधि और शुभ मुहूर्त का पालन कर मनाएं भाई दूज
भाई दूज का यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते में मिठास लाने का अवसर है। इस दिन शुभ मुहूर्त और परंपरागत विधि का पालन करने से दोनों के बीच संबंध मजबूत होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।

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