प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी है। स्वाती नक्षत्र है। आज लोग व्रत रखकर माता दुर्गा जी की पूजा करते हैं। आज बहुत पावन व्रत है। भगवान शिव जी को प्रसन्न करने का पावन अवसर भी है। आज भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें। आज सत्यनारायण कथा करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में दुर्गा जी का दर्शन करें व दुर्गासप्तशती का पाठ करें। हनुमानबाहुक व गणेश स्तोत्र के पाठ का रोग निवारण हेतु आज बहुत महत्व है। आज शिव मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध, गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें। दुर्गा जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। अन्न दान का पुण्य भी अनन्त है। आज राहुकाल दोपहर 08:47 बजे से 10:25 बजे तक है। इस दौरान किसी शुभ काम को करने से परहेज करें।
आज का पंचांग:
दिनांक | 6 अगस्त 2022 |
माह | श्रावण |
तिथि | नवमी |
पक्ष | शुक्ल |
दिवस | शनिवार |
नक्षत्र | विशाखा |
करण | बालव |
सूर्योदय | 05:31:00 |
सूर्यास्त | 18:34:55 |
सूर्य राशि | कर्क |
चन्द्र राशि | तुला |
मुहूर्त:
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:37 से 12:29 तक |
राहु काल | 08:47 से 10:25 तक |
गणेश चतुर्थी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। हर साल की तरह इस साल भी गणेश चतुर्थी का उत्सव भाद्रमास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी को सिद्धिविनायक के नाम से भी जाना जाता है। गणेश चतुर्थी को गणेश जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। हिंदू धर्म के मुताबिक इस दिन विघ्नहर्ता गणेशजी का जन्म हुआ था। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी यानी सिद्धिविनायक 31 अगस्त दिन बुधवार को पड़ेगा। भगवान गणेश बुधवार के देवता हैं, ऐसे में गणेश चतुर्थी बुधवार के दिन पड़ रही है और इस दिन गणेश चतुर्थी का व्रत रखना बेहद शुभ माना गया है। इस दिन विशेष संयोग भी बन रहा है और यह संयोग काफी शुभ होने वाला है। आइए जानते हैं सिद्धिविनायक के शुभ मुहूर्त व पूजा विधि के बारे में…
शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी यानी भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि का आरंभ 30 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 34 मिनट पर होगा। जबकि भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि का समापन 31 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 23 मिनट पर होगा।
बन रहा है विशेष संयोग
इस साल गणेश चतुर्थी पर विशेष संयोग बन रहा है। यह योग काफी शुभ माना जा रहा है। यह योग रवि योग हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि रवि योग सभी अशुभ योग के प्रभाव को नष्ट करने की क्षमता रखता है। इस दिन भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा व्रत रखने से हर मनोकामना पूरी होगी वह हर कष्ट दूर होंगे।
ऐसे करें पूजा पाठ
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन कई भक्त भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करके 10 दिनों तक इस मूर्ति की पूजा करते हैं, वहीं अपनी श्रद्धा के अनुसार कुछ भक्त एक दिन, 3 दिन और 7 दिन तक भगवान गणेश की प्रतिमा का श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन भगवान गणेश को मोदक के लड्डू का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा मोतीचूर और बेसन के लड्डू भी भगवान गणेश के सबसे प्रिय हैं।
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