VIVAH SHUBH MUHURAT 2024: इस साल गर्मियों में विवाह के कम बन रहे हैं शुभ-मुहूर्त! जानें इस वर्ष मई-जून में शादियां क्यों नहीं होंगी!
वैदिक पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य जब मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तो खरमास प्रारंभ होता है. 14 मार्च 2024 को 12.23 बजे सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ खरमास प्रारंभ हो गया था. अब 13 अप्रैल 2024 को खरमास समाप्त होगा. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार खरमास में शुभ एवं मांगलिक कार्य नहीं किये जाते, इसलिए 14 अप्रैल 2024 को खरमास समाप्त होने के साथ ही एक बार फिर घरों शहनाइयां गूंजेंगी, फेरे होंगे, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 22 अप्रैल 2024 को बृहस्पति एवं शुक्र तारा अस्त हो जाएगा. ग्रहों की यह दशा मई से जून 2024 तक चलेगी. 2 जुलाई 2024 से पुनः शुभ मुहूर्त निकलेंगे, लेकिन 16 जुलाई से 12 नवंबर तक चातुर्मास लगने के कारण एक बार पुनः शुभ विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध लग जाएंगे. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि 15 जुलाई 2024 तक विवाह योग्य कितने मुहूर्त बन रहे हैं. आइये जानते हैं अप्रैल माह के उत्तरार्ध एवं जुलाई के प्रथमार्ध में विवाह योग्य कितने शुभ मुहूर्त निकल रहे हैं. देखिये पूरी सूची.
अप्रैल 2024 से जुलाई 2024 तक के वैवाहिक मुहूर्त (तिथि और समय)
अप्रैल 2024
18 अप्रैल 2024 (गुरुवार) 00.44 AM से 19 अप्रैल 05.51 AM तक
19 अप्रैल 2024 (शुक्रवार), 05.51 AM से प्रातः 06.46 AM तक
20 अप्रैल 2024 (शनिवार) 02.04 PM से 21 अप्रैल 2024, 02.48 AM तक
21 अप्रैल, 2024 (रविवार) 03.45 PM से 22 अप्रैल, सुबह 05.48 AM तक
22 अप्रैल 2024, (सोमवार) 05.48 AM से रात्रि 10.00 PM तक
मई 2024:
मई 2024 में विवाह के लिए कोई शुभ तिथि नहीं है, अतः इस माह में विवाह न करने की सलाह दी जाती है।
जून 2024:
जून 2024 में भी विवाह के लिए कोई शुभ तिथि नहीं है, अत इस माह विवाह नहीं करने की सलाह दी जाती है.
जुलाई 2024:
09 जुलाई 2024 मंगलवार, 02.28 PM से 06.56 PM तक
11 जुलाई 2024 गुरुवार, 01.04 PM बजे से 12 जुलाई 04.09 PM तक
12 जुलाई 2024 शुक्रवार, 05.15 PM से 13 जुलाई, 05.32 AM तक
13 जुलाई 2024 शनिवार, 05.32 AM से 03.05 PM तक
14 जुलाई 2024 रविवार, 10.06 PM से 15 जुलाई 05.33 AM तक
15 जुलाई 2024 सोमवार, 05.33 AM से 16 जुलाई 12.30AM तक
अगर आपके घर में भी शादी की योजना बन रही है, तो आपके लिए ऊपर लिखे विवाह की शुभ तिथियों को देखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि अगर जुलाई प्रथमार्ध तक विवाह की तिथि फाइनल नहीं कर सके, नवंबर तक इंतजार करना होगा.