Weather Update: भारत के ये राज्य झुलस रहे भीषण गर्मी से, हीटवेव का रेड अलर्ट; जानें क्यों है यह खतरनाक?
देश के कई राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण लोगों का दिन के समय बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में देश के कई राज्यों में गंभीर हीट वेव की स्थिति देखने को मिलेगी. इसको लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है. सोमवार को देश के कई हिस्सों में भीषण लू की स्थिति बनी हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बिहार, झारखंड, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों, तमिलनाडु, तेलंगाना और गुजरात में भी हीटवेव का येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने अपने लेटेस्ट वेदर अपडेट में बताया कि 1 मई तक गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार के कई स्थानों पर, झारखंड के कुछ हिस्सों में हीट वेव से लेकर गंभीर हीटवेव की स्थिति बनी रहने की संभावना है और उसके बाद 2 मई को भी इन क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर हीट वेव से लेकर गंभीर हीटवेव की स्थिति बनने की संभावना है.”
मौसम विभाग के मुताबिक, 29 अप्रैल से 1 मई तक तेलंगाना, 29 अप्रैल को कोंकण और 30 अप्रैल तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी. इस बीच, 2 मई तक पश्चिम असम और मेघालय, त्रिपुरा, केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में गर्म और आर्द्र मौसम की स्थिति बनी रहेगी.
रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक, तेलंगाना में 29 अप्रैल से 1 मई तक लू चलने की संभावना है.
हीटवेव क्यों है खतरनाक?
जब मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री पार कर जाता है और गर्म हवाएं चलने लग जाती हैं तो इसको लू यानी हीट वेव कहते हैं. इतने तापमान में लगातार कई घंटों तक बाहर रहने वाला शख्स लू की चपेट में आ सकता है. इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी होने लगती है. कुछ लोगों को तेज सिरदर्द के साथ चक्कर आना और उल्टी आने की शिकायत भी होती है.
अंगों की विफलता: लू लगने से कई अंगों की विफलता हो सकती है
ब्रेन फेलियर: यह दौरे, भ्रम, बेहोशी और मृत्यु का कारण बन सकता है.
हार्ट फेलियर: यह अनियमित दिल की धड़कन, दिल का दौरा और मृत्यु का कारण बन सकता है.
किडनी फेलियर: यह पेशाब कम होने, थकान और सूजन का कारण बन सकता है.
लीवर फेलियर: यह पेट में दर्द, पीलिया और यकृत एन्सेफैलोपैथी (मस्तिष्क का संक्रमण) का कारण बन सकता है.
अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: लू लगने से डायबिटीज, हृदय रोग और श्वसन संबंधी बीमारियों जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं.
बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को अधिक खतरा: बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को लू लगने का खतरा अधिक होता है क्योंकि उनके शरीर का तापमान नियंत्रित करने की क्षमता कम होती है.
हीटवेव शरीर के लिए खतरनाक है क्योंकि इससे कई अंगों को नुकसान पहुंच सकता है, खासकर ब्रेन, हार्ट, किडनी और लीवर.