Iran-Israel Attack: भारत ने ईरान-इजराइल के ‘जंग’ पर दी पहली प्रतिक्रिया, हिंसा रोकने और संयम बरतने की अपील
ईरान ने आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए हैं. ईरान ने इजरायल पर 200 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं. इनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं.
पश्चिम एशिया में इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर भारत ने गंभीर चिंता व्यक्त की है. यह तनाव क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है. भारत ने दोनों देशों से तुरंत हिंसा रोकने, संयम बरतने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की अपील की है. भारत स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है और क्षेत्र में स्थित भारतीय दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना बेहद जरूरी है.
क्या हुआ है?
- ईरान ने इज़राइल पर 200 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागे हैं. साथ ही, ईरान के सहयोगी देशों ने भी इज़राइली ठिकानों पर हमले किए हैं.
- ईरान का कहना है कि यह कार्रवाई दमिश्क में उसके दूतावास पर हुए हमले के जवाब में की गई है और वह आगे तनाव नहीं बढ़ाना चाहता.
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अमेरिकी सेना ने ईरान द्वारा दागे गए लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया है. उन्होंने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपना पूर्ण समर्थन दिया है.
- इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इज़राइल रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से जवाब देगा.
- यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, फ्रांस, मैक्सिको, चेकिया, डेनमार्क, नॉर्वे और नीदरलैंड ने ईरान के हमले की निंदा की है.
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ईरान के हमले पर एक आपात बैठक करेगी.
- इज़राइल ने देश भर के स्कूलों को बंद कर दिया है. जॉर्डन, इराक और लेबनान ने भी अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है.
- गाजा में इज़राइल और हमास के बीच सात महीने से चल रहा युद्ध क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा रहा है. इस युद्ध का असर लेबनान और सीरिया तक पहुँच गया है और यमन और इराक से भी इज़राइल पर हमले हो रहे हैं.
- यह संघर्ष अब ईरान और उसके सहयोगी देशों तथा इज़राइल और उसके मुख्य समर्थक अमेरिका के बीच एक खुले युद्ध में बदल सकता है.
- क्षेत्रीय शक्ति मिस्र ने सभी पक्षों से “अधिकतम संयम” बरतने का आग्रह किया है.
मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर
इजरायल पर ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. कई मध्य पूर्वी देशों ने घोषणा की है कि वे इजरायल पर जवाबी ईरानी हमले के मद्देनजर अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहे हैं और उड़ानों को डायवर्ट कर रहे हैं.
जॉर्डन और लेबनान ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा कर दी है. इराक में दो क्षेत्रीय सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि दर्जनों ड्रोनों को ईरान से इजराइल की ओर इराकी हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते देखा गया है. जॉर्डन की एयर सिक्योरिटी उसके एयरस्पेस का उल्लंघन करने वाले किसी भी ईरानी ड्रोन या विमान को रोकने और मार गिराने के लिए तैयार है. सेना भी हाईअलर्ट पर है. रडार सिस्टम ड्रोन गतिविधि पर नजर रख रहे हैं.