LADDU GOPAL PUJA NIYAM: क्या आपके घर में भी रखे हैं एक से ज्यादा लड्डू गोपाल? ……….. जानें इनकी सेवा के नियम
लड्डू गोपाल के रूप में भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को पूजा जाता है। उनकी एक बच्चे की तरह ही देखभाल की जाती है। लड्डू गोपाल जी की सेवा के कुछ नियम भी बताए गए हैं जिनका ध्यान रखा जाए तो साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में आइए जानते हैं लड्डू गोपाल जी सेवा से संबंधित जरूरी नियम।
धार्मिक मान्यता के अनुसार लड्डू गोपाल की पूजा करने से साधक के घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। लड्डू गोपाल की सेवा करने वाले साधकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर में कभी भी लड्डू गोपाल को अकेला न छोड़ें। आइए जानते हैं इसका कारण।
यह है कारण
लड्डू गोपाल जी की सेवा एक बच्चे की तरह ही की जाती है, जिस तरह आप अपने घर में छोटे बच्चों को अकेला नहीं छोड़ते, ठीक उसी तरह लड्डू गोपाल जी को भी घर में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। इसका कारण यह माना जाता है कि जिस तरह एक बच्चा अकेले में डर जाता है, उसी तरह लड्डू गोपाल को भी डर लग सकता है। ऐसे में यदि आप कहीं बाहर जा रहे हैं तो लड्डू गोपाल को अपने साथ लेकर जाएं।
जरूर रखें इन बातों का ध्यान
लड्डू गोपाल को प्रतिदिन शंख में जल भरकर स्नान करना चाहिए। सन्ना कराने के बाद उन्हें हमेशा साफ-सुथरे वस्त्र पहनाएं। शंख में लक्ष्मी जी का वास माना गया है। ऐसे में शंख से स्नान करने के बाद उस जल को तुलसी के पौधे में डाल देना चाहिए।
इस तरह करें शृंगार
माना जाता है कि लड्डू गोपाल जी को शृंगार करना बहुत पसंद है। ऐसे में लड्डू गोपाल जी को स्नान के बाद साफ-सुथरे और सुंदर वस्त्र पहनाएं। इसके बाद उन्हें चंदन का टीका लगाएं और गहने आदि पहनाएं। इस बात का ध्यान रखें कि उनके मुकुट पर मोर पंख जरूर होना चाहिए।
कितनी बार लगाएं भोग
लड्डू गोपाल जी को दिन में चार बार भोग लगाना चाहिए। भोग लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि भोजन पूरी तरह से सात्विक होना चाहिए। भोग में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
घर में एक से अधिक लड्डू गोपाल
लड्डू गोपाल को एक बच्चे की तरह घर में रखा जाता है और उनकी नियमानुसार सेवा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैसे घर में एक ही लड्डू गोपाल रखना शुभ होता है. यदि आपके घर में एक से अधिक लड्डू गोपाल हैं तो उन्हें किसी मंदिर में रख दें. या फिर किसी ऐसे व्यक्ति को दे दें जिसके पास लड्डू गोपाल नहीं है.
अगर आप फिर भी दो लड्डू गोपाल रखना चाहते हैं तो उनकी सेवा व पूजा अलग-अलग करें. क्योंकि वह एक नहीं बल्कि दो बच्चे हैं. यानि दोनों को अलग-अलग स्नान और भोजन कराना चाहिए. कई बार लोग दो लड्डू गोपाल के लिए एक ही जगह भोग रख देते हैं जो कि गलत है. घर के मंदिर में यदि दो लड्डू गोपाल हैं तो उनका भोग भी दो जगह रखना चाहिए.
लड्डू गोपाल की सेवा के नियम
लड्डू गोपाल की सेवा करते समय शुद्धता का ध्यान अवश्य रखें. बेशक आप उनको एक बच्चे की तरह रख रहे हैं लेकिन इस बात को दिमाग में जरूर रखें कि वह स्वंय भगवान हैं.
लड्डू गोपाल को रोजाना पंचामृत से स्नान कराएं और स्वच्छ वस्त्र पहनाएं.
सुबह घर में जो भी बना हो उसका भोग सबसे पहले लड्डू गोपाल का भोग लगाएं.
ध्यान रखें कि भोग हमेशा बिना लहसुन-प्याज का ही होना चाहिए.
लड्डू गोपाल को दिन में 3 बार भोग लगाना चाहिए. सुबह, दोपहर और शाम.
‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’