GRADUATE RECORD EXAMINATION: क्या आप विदेश की टॉप क्लास यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना चाहते हैं?…………. तो करना होगा इस प्रतियोगी परीक्षा को पास
हर साल लाखों भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं। इनमें से कई युवा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिला लेते हैं।अगर आप भी विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करना चाहते हैं तो आपको कुछ प्रवेश परीक्षाएं पास करनी होंगी।अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के लिए ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन (GRE) भी लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाओं में से एक है।आइए जानते हैं उम्मीदवार GRE की तैयारी कैसे कर सकते हैं।
क्या है GRE?
GRE कनाडा या अमेरिका के उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा है।इसे दुनिया का सबसे बड़ा एंट्रेंस टेस्ट माना जाता है और इस परीक्षा के अंक दुनिया की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी में मान्य होते हैं।भारत से विदेशों में पढ़ने के लिए जाने वाले छात्र इस परीक्षा में भाग लेते हैं।इस परीक्षा का आयोजन अमेरिका की एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विसेज के द्वारा किया जाता है।
क्या है परीक्षा का पैटर्न?
GRE दो प्रकार से आयोजित होती है- ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड। जिन देशों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा संभव नहीं हो पाती, वहां के छात्र पेपर आधारित परीक्षा देते हैं।GRE टेस्ट दो प्रकार का होता है- जनरल टेस्ट और सब्जेक्ट टेस्ट। जनरल टेस्ट में वर्बल रीजनिंग, क्वांटिटेटिव रीजनिंग, एनालिटिकल राइटिंग होती है। वहीं सब्जेक्ट टेस्ट रसायन विज्ञान, गणित, भौतिक विज्ञान और साइकोलॉजी के लिए होता है।इस टेस्ट के लिए विशेष क्षेत्र में छात्रों के ज्ञान को मापा जाता है।
कौन दे सकता है परीक्षा?
GRE में भाग लेने के लिए कोई खास शैक्षणिक योग्यता नहीं रखी गई है। हालांकि, GRE ग्रेजुएशन कोर्स के लिए परीक्षा है।ऐसे में उम्मीदवारों को प्रारंभिक शिक्षा (10वीं और 12वीं) पूरी कर लेनी चाहिए। इस परीक्षा को देने के लिए कोई भी आयु सीमा निर्धारित नहीं है।भारत में इस परीक्षा को देने के लिए आपको देश का स्थायी निवासी होना चाहिए।छात्र अपनी पहचान साबित करने के लिए केवल पासपोर्ट का उपयोग कर सकते हैं।
कब दे सकते हैं परीक्षा?
इस परीक्षा को देने की कोई तारीख तय नहीं की गई है, विदेशों में जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे छात्र साल में कभी-भी इस परीक्षा को दे सकते हैं।परीक्षा में भाग लेने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होता है।भारत में अहमदाबाद, बेंगलुरू, कोयम्बटूर, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली में टेस्ट का आयोजन किया जाता है।GRE टेस्ट घर से देने की सुविधा भी मिलती है। पंजीकरण के अधिकांश आवेदन अगस्त से अक्टूबर के बीच आते हैं।
क्या है परीक्षा शुल्क?
GRE जनरल टेस्ट और सब्जेक्ट टेस्ट के लिए पंजीकरण शुल्क अलग-अलग है।जनरल टेस्ट में पंजीकरण कराने वाले भारतीय छात्रों के लिए आवेदन शुल्क 228 डॉलर यानी 18,863 रुपये के आसपास है।GRE सब्जेक्ट टेस्ट देने के लिए भारतीय छात्रों के लिए फीस 150 डॉलर यानी 12,410 रुपये के लगभग है।अगर उम्मीदवार केंद्र बदलना चाहते हैं या परीक्षा को पुनर्निधारित करना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
परीक्षा पैटर्न को समझें
परीक्षा तैयारी शुरू करने से पहले पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें।GRE परीक्षा में विश्लेषणात्मक लेखन, मात्रात्मक तर्क, मौखिक तर्क से संबंधित अनुभाग होते हैं।विश्लेषणात्मक लेखन के जरिए उम्मीदवारों के लेखन कौशल, मात्रात्मक तर्क के जरिए गणितीय और समस्या समाधान कौशल की जांच की जाती है।मौखिक अनुभाग पढ़ने की समझ और भाषा कौशल का आंकलन करता है। ये परीक्षा कंप्यूटर और पेपर पेन मोड दोनों में उपलब्ध है।
शब्दावली का विस्तार करें
परीक्षा के मौखिक तर्क और विश्लेषणात्मक लेखन में अच्छे अंक लाने के लिए उम्मीदवारों को अपनी शब्दावली का विस्तार करना चाहिए।इसके लिए नियमित रूप से किताबें, अखबार और पत्रिकाएं पढ़ें। अपने शब्द ज्ञान को बढ़ाने के लिए डिक्शनरी ऐप्स का इस्तेमाल करें।शब्दावली बढ़ाने के लिए कहानियां और कविताएं लिखें। शब्दावली बढ़ाने के लिए अलग-अलग चर्चा समूहों में शामिल हों।इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर अंग्रेजी में बातचीत करें। नए शब्द और उनके अर्थ की सूची बनाएं।
गणितीय कौशल को बेहतर बनाएं
मात्रात्मक तर्क अनुभाग में अच्छे अंक लाने के लिए गणित पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है। इसके लिए गणित की बुनियादी अवधारणाएं समझें और ज्यादा से ज्यादा सवालों को हल करें।गणित के सवालों को कैलकुलेटर के बिना हल करने का अभ्यास करें। सवाल हल करने की तकनीक और सूत्रों का फ्लोचार्ट बना लें, इसका प्रतिदिन रिवीजन करें।गणित के जोड़, घटाव, गुणा जैसी छोटी समस्याओं को बिना पेपर पेन के हल करना सीखें। इससे गणना कौशल में सुधार होगा।
लेखन में महारत हासिल करें
GRE परीक्षा के विश्लेषणात्मक लेखन अनुभाग में उम्मीदवारों को अलग-अलग विषयों पर निबंध लिखना होता है।ऐसे में अभ्यर्थियों को अपने लेखन कौशल सुधारने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उम्मीदवार सही संरचना में निबंध लिखना सीखें।परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष के साथ एक संरचित दृष्टिकोण विकसित करें। अपनी बातों को तथ्यों के साथ जोड़कर प्रस्तुत करें।अलग-अलग विषयों पर निबंध पढ़ें, इससे शब्दावली विस्तार के साथ ही लेखन कौशल भी बढ़ेगा।
मॉक टेस्ट हल करें
अपनी तैयारी की आंकलन करने के लिए समय-समय पर मॉक टेस्ट हल करें। इससे कमजोर क्षेत्रों की पहचान भी हो सकेगी।तैयारी के दौरान अपनी प्रगति का चार्ट बनाएं। इसमें हर हफ्ते किए गए सुधार के बारे में लिखें, इससे तैयारी के प्रति प्रेरित रहने में मदद मिलेगी।इसके अलावा अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए योजना बनाएं। अच्छी अध्ययन सामग्री चुनें और पूर्व अनुभवी छात्रों से समय-समय पर मार्गदर्शन लेते रहें।