CHHATTISGARH: पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए नया नियम रेगुलेशन-2022 अगले साल से हो जाएगा लागू……….अब इस तरह मिलेगा प्रवेश
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए नया नियम अगले साल से लागू हो जाएगा। पीएचडी में एंट्री अगले साल से और कठिन होगी क्याेंकि, एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा के साथ ही अब इंटरव्यू भी होगा। दोनों में मिले नंबरों के आधार पर मेरिट बनेगी, इसके अनुसार प्रवेश होगा।
अधिकारियों का कहना है कि पीएचडी काे लेकर यूजीसी की ओर से कुछ महीने पहले रेगुलेशन-2022 जारी किया गया। यह देश के कई विवि में लागू हो चुका है। आने वाले दिनों में इस नियम से ही रविवि में भी पीएचडी होगी। इसके अनुसार वैसे छात्र जिन्होंने नेट, सेट क्वालिफाई नहीं किया है। उन्हें पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम के साथ ही इंटरव्यू भी देना होगा। प्रवेश के लिए एंट्रेंस के 60 प्रतिशत और इंटरव्यू के 40 प्रतिशत नंबर को आधार बनाया जाएगा। इसी तरह नए नियम से पीएचडी की अवधि भी कम से कम तीन वर्ष की होगी। इसमें कोर्स भी शामिल होगा। पहले, कोर्स वर्क छोड़कर दो वर्ष न्यूनतम अवधि थी। इसी तरह शोध निर्देशक यानी गाइड को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक इस रेगुलेशन को लागू करने के लिए रविवि की ओर से शासन को प्रस्ताव जाएगा। वहां से सहमति मिलने के बाद यह लागू हो जाएगा।
सामान्य वर्ग के छात्र जिन्हें पीजी में 55 प्रतिशत नंबर मिला है, वे ही पीएचडी प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इसी तरह एससी, एसटी, ओबीसी व निशक्तजनों के लिए पीजी स्तर पर 50 प्रतिशत नंबर जरूरी है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले भी पीएचडी के लिए पीजी में 55 प्रतिशत नंबर जरूरी था। जानकारी के मुताबिक रविवि में अगले साल जून-जुलाई में पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी।