AMBIKAPUR: विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में जनजातीय गौरव संस्कृति कार्यक्रम का हुआ आयोजन……………..जनजातीय परंपराओं और महानायकों का किया गया स्मरण
विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग महाविद्यालय अम्बिकापुर में शुक्रवार को जनजातीय गौरव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की पूजा के साथ रानी दुर्गावती और भगवान बिरसा मुण्डा को पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया।
मुख्य अतिथि का स्वागत और कार्यक्रम का परिचय
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्था के प्राचार्य डॉ. आर. एन. खरे का स्वागत एप्लाइड साइंस विभाग के प्रमुख डॉ. एच. आर. सूर्यवंशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. व्ही. के. द्विवेदी ने दी और स्वागत भाषण देते हुए आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
जनजातीय परंपराओं और महानायक का स्मरण
मुख्य अतिथि डॉ. राम नारायण खरे ने अपने उद्बोधन में जनजातीय समुदाय और उनकी परंपराओं का सम्मान करते हुए रानी दुर्गावती एवं भगवान बिरसा मुण्डा के महान कार्यों पर विचार साझा किए। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भगवान बिरसा मुण्डा के योगदान और रानी दुर्गावती द्वारा मुगल शासकों के विरुद्ध किए गए साहसिक संघर्ष का स्मरण कराया।
राष्ट्र और समाज सेवा का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान, प्राचार्य डॉ. खरे ने रानी दुर्गावती और भगवान बिरसा मुण्डा के बताये मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हुए उपस्थित जनों को संस्था, समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यनिष्ठ होने की शपथ दिलाई।
सभी विभागों की भागीदारी
इस आयोजन में महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष, फैकल्टी सदस्य, कर्मचारी, अधिकारी, छात्र-छात्राएं और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे। अंत में कार्यक्रम के संयोजक डॉ. एच. आर. सूर्यवंशी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।