AMBIKAPUR: संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय ने यूजी प्राइवेट छात्रों के रजिस्ट्रेशन लिए तिथि में की वृद्धि………..जानिए अब कब तक होगा रजिस्ट्रेशन
शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विश्वविद्यालय की स्थायी समिति की बैठक दिनांक 10 अगस्त 2024 के विषय क्रमांक 25 में यह निर्णय लिया गया है कि विश्वविद्यालय अब चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (FYUP) को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अंतर्गत लागू करेगा। यह कार्यक्रम चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) और मल्टीपल एंट्री और एग्जिट ऑप्शन के साथ संचालित होगा। इस महत्वपूर्ण निर्णय को विश्वविद्यालय कार्य परिषद की बैठक, जो 10 अगस्त 2024 को आयोजित की गई थी, के पूरक कार्यसूची विषय क्रमांक 06 के अंतर्गत स्वीकृति मिली।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (FYUP):
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य उच्च शिक्षा में लचीलापन, बहु-विषयक दृष्टिकोण और समावेशी विकास लाना है। इसके तहत विद्यार्थियों को कई प्रवेश और निकासी बिंदुओं के साथ अपने शैक्षणिक मार्ग को अनुकूलित करने की अनुमति मिलती है। चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (FYUP) को इस नीति के अनुरूप डिजाइन किया गया है, ताकि छात्र अपने पाठ्यक्रम को अपनी रुचियों और करियर लक्ष्यों के अनुसार संशोधित कर सकें।
- चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS): इस प्रणाली के अंतर्गत, विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम के विभिन्न मॉड्यूल में से चुनने का अवसर मिलता है। वे मुख्य विषयों के साथ-साथ वैकल्पिक और वैकल्पिक (elective) विषय भी चुन सकते हैं, जो उन्हें अपने ज्ञान को विस्तार देने का अवसर प्रदान करते हैं।
- मल्टीपल एंट्री और एग्जिट ऑप्शन: इस सुविधा के तहत, विद्यार्थी विभिन्न चरणों में प्रवेश और निकासी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई विद्यार्थी एक या दो साल बाद पढ़ाई छोड़ने का निर्णय लेता है, तो वह डिप्लोमा या एडवांस्ड डिप्लोमा के साथ विश्वविद्यालय से बाहर निकल सकता है। वहीं, चार वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर उसे स्नातक की डिग्री प्रदान की जाएगी।
स्वाध्यायी विद्यार्थी नीति 2024:
छत्तीसगढ़ राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए स्वाध्यायी विद्यार्थी नीति 2024 को लागू किया गया है। इस नीति के तहत, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय से संबद्ध शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले स्वाध्यायी छात्र-छात्राओं के लिए बीए, बीएससी, बीकॉम पाठ्यक्रमों की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएँ सेमेस्टर प्रणाली के आधार पर आयोजित की जाएंगी। इसके लिए पंजीयन अनिवार्य है।
पंजीयन प्रक्रिया के लिए तिथि में हुई वृद्धि:
पंजीयन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। विश्वविद्यालय ने अपने पोर्टल www.sggcg.in पर ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया को दिनांक आज 26 अक्टूबर 2024 से पुनः सक्रिय कर दिया है। इस प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होंगे:
- पुनः पंजीयन प्रारंभ तिथि: 26 अक्टूबर 2024, सुबह 10:00 बजे से।
- पंजीयन समाप्ति तिथि: 10 नवम्बर 2024, रात्री 23:59 बजे तक।
- GE/VAC/SEC का आवंटन: विद्यार्थियों को उनके चुने गए GE (Generic Elective), VAC (Value Added Courses), SEC (Skill Enhancement Courses) के अनुसार 11 नवम्बर से 15 नवम्बर 2024 तक आवंटन किया जाएगा।
- पंजीयन की हार्डकॉपी जमा करने की अंतिम तिथि: 16 नवम्बर 2024 से 20 नवम्बर 2024 के बीच सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ पंजीयन की हार्डकॉपी संबंधित महाविद्यालय में जमा करनी होगी।
आवश्यक दस्तावेज:
ऑनलाइन पंजीयन करने के बाद आवेदकों को आवेदन पत्र की प्रिंट आउट निकालनी होगी। इसके साथ ही, कक्षा 12वीं की मार्कशीट, पहचान पत्र, और अन्य प्रमाणपत्रों की सत्यापित प्रतियाँ संबंधित महाविद्यालय में जमा करनी होंगी।
महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश:
- ऑफलाइन आवेदन किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किए जाएंगे। केवल ऑनलाइन माध्यम से ही पंजीयन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी (NAD), डिजीलॉकर, और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) में पंजीकरण अनिवार्य रूप से करना होगा। यह विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है।
पोर्टल पंजीयन शुल्क:
पंजीयन के लिए आवेदकों को निम्नलिखित शुल्क का भुगतान करना होगा:
- ऑनलाइन पंजीयन शुल्क: ₹48
- नामांकन शुल्क: ₹120
- कुल शुल्क: ₹168
यह शुल्क जमा करने के बाद आवेदकों को इसका रसीद या प्रिंट आउट भी निकाल कर सुरक्षित रखना होगा।
मुख्य निर्देश:
- पाठ्यक्रम चयन: पंजीयन करते समय विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम (जैसे बीए, बीएससी, बीकॉम) के प्रथम सेमेस्टर के लिए GE/VAC/SEC का चयन करना होगा। यह चयन महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों की सहमति के अनुसार किया जाएगा। प्रत्येक महाविद्यालय अपने छात्रों की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर इन वैकल्पिक और स्किल-आधारित विषयों का आवंटन करेगा।
- ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया: विश्वविद्यालय के पोर्टल पर पंजीयन के बाद विद्यार्थियों को आवेदन की प्रिंट आउट निकाल कर, आवश्यक दस्तावेजों के साथ संबंधित महाविद्यालय में जमा करना होगा। पंजीयन की हार्डकॉपी जमा करना अनिवार्य है, इसके बिना पंजीयन प्रक्रिया को मान्यता नहीं दी जाएगी।
- प्रायोगिक कक्षाएँ: प्रायोगिक विषयों के लिए विश्वविद्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी स्वाध्यायी विद्यार्थियों को 45 दिन पूर्व से प्रयोगिक कक्षाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रत्येक विद्यार्थी को 30 घंटे की लैबवर्क कक्षाएँ पूरी करनी होंगी। इन कक्षाओं में भाग लेना अनिवार्य होगा, ताकि उनका मूल्यांकन किया जा सके। प्रत्येक प्रायोगिक कार्य के लिए विद्यार्थियों को 3 क्रेडिट दिए जाएंगे, जो उनके पाठ्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे।
- केंद्र परिवर्तन की अनुमति नहीं: एक बार जब विद्यार्थी अपने महाविद्यालय का चयन कर लेते हैं, तो उन्हें पूरे सत्र के लिए उसी महाविद्यालय में पढ़ाई और परीक्षा संबंधी प्रक्रियाएँ पूरी करनी होंगी। केंद्र या महाविद्यालय परिवर्तन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए विद्यार्थियों को महाविद्यालय चयन करते समय पूरी सावधानी और जानकारी के साथ निर्णय लेना चाहिए।
- प्रायोगिक परीक्षा: प्रायोगिक विषयों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार परीक्षण आयोजित किए जाएंगे। विद्यार्थियों को इस परीक्षा में सफल होने के लिए सभी प्रायोगिक कक्षाओं और लैबवर्क में भाग लेना अनिवार्य होगा।
सहायक संसाधन:
पंजीयन प्रक्रिया और अन्य शैक्षणिक जानकारी के लिए विद्यार्थियों को निम्नलिखित लिंक पर निर्देशित किया जाता है:
यह सुनिश्चित किया गया है कि पंजीकृत विद्यार्थी इन संसाधनों का उपयोग कर सकें और अपने शैक्षणिक दस्तावेज़ों को डिजिटली सुरक्षित रख सकें। नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी (NAD) और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) जैसी सुविधाओं के माध्यम से विद्यार्थी अपने क्रेडिट और शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को डिजिटल रूप में सुरक्षित रख सकेंगे।
नोट:
- प्रत्येक विद्यार्थी को केवल अपने मोबाइल नंबर से पंजीयन करना होगा।
- एक मोबाइल नंबर से केवल एक ही पंजीयन किया जा सकेगा, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि सही और अद्वितीय मोबाइल नंबर का उपयोग हो।
निष्कर्ष:
यह अधिसूचना विश्वविद्यालय के उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो स्वाध्यायी के रूप में स्नातक पाठ्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं। यह अधिसूचना विद्यार्थियों को पंजीयन प्रक्रिया, परीक्षा व्यवस्था, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत लागू किए गए नए पाठ्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। विश्वविद्यालय का यह कदम विद्यार्थियों को आधुनिक शैक्षणिक दृष्टिकोण के साथ जोड़ने और उन्हें शैक्षणिक रूप से और भी अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।