AMBIKAPUR: के आर टेक्निकल कॉलेज में आज राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया……………….डॉ.अनुराग ने सबको रक्त दान करने के लिए किया प्रेरित

महाविद्यालय के सभागार में आज राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी श्री विनितेश गुप्त, सहायक कार्यक्रम अधिकारी सुश्री पल्लवी तिरोले, जिला चिकित्सालय से पधारे मुख्य अतिथि ब्लड बैंक के अधिकारी डॉ अनुराग, श्रीमती अंजुला मिश्रा, श्रीमती संध्या सिंह सहित राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे। सभी अतिथियों स्वागत छात्र-छात्राओं ने बैच लगाकर किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के द्वारा राज्य गीत, स्वच्छता गीत, स्वच्छता थीम पर आधारित नृत्य और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।











इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रितेश वर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि बच्चों राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य शारीरिक और मानसिक विकास करके देश सेवा की ओर अग्रसर करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राएं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्वयं को भी जागरूक करते है और समाज में भी जागरूकता फैलाने का काम करते हैं । अंत में उन्होंने सभी को स्थापना दिवस की बधाई दी।
अगली कड़ी में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री विनितेश गुप्त ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के लिए दो दिन बहुत खास और महत्वपूर्ण होता है। एक आज का दिन और 12 जनवरी युवा दिवस। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का धेय वाक्य है “मैं नहीं आप” अर्थात हमें प्रतीक स्वरूप कार्य कर के जागरूक करना ही हमारा मुख्य कार्य है।अगर हम राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों से स्वयं को बदलने में कामयाब हो जाते हैं तो हमारे कर्म से धीरे-धीरे समाज में भी बदलाव आने लगता है। राष्ट्रीय सेवा योजना आपको सर्वगुण संपन्न बनता है।
अगड़ी अगड़ी कड़ी में मुख्य अतिथि डॉक्टर अनुराग ने बताया कि रक्तदान महादान है। बच्चों हमारे शरीर को पोषक तत्व ब्लड के रूप में प्राप्त होता है। गंभीर बीमारी या एक्सीडेंट होने पर हमारे शरीर में रक्त की कमी हो जाती है। इस कमी को हम ब्लड डोनेशन के माध्यम से पूरा करते हैं। खून की कमी से जान जाने का सबसे बड़ा कारण है ।आगे उन्होंने बताया कि रेगुलर ब्लड डोनर में ब्लड कैंसर की संभावना नहीं रहती है। ब्लड देने से शरीर को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है। ब्लड डोनेट कराने से पहले कई सारे बीमारियों और स्वास्थ्य की भी जांच की जाती है। जैसे 18 से 65 साल तक का कोई भी व्यक्ति ब्लड दे सकता है उसके शरीर में 12.50% हीमोग्लोबिन की माता होनी चाहिए वजन कम से कम 45 किलो होनी चाहिए। कोई गंभीर बीमारी से पीड़ित ना हो। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन से चार महीने में वह ब्लड दे सकता है। आगे उन्होंने सभी से जरूरतमंद मरीजों की बेहतर स्वास्थ्य के लिए ब्लड देने की अपील की।
अगली कड़ी में महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती रीनू जैन ने डॉ. अनुराग और उनकी टीम का आभार प्रदर्शन करते हुए बताया कि हम सभी का यह मूलभूत कर्तव्य है कि रक्तदान करके किसी जरूरतमंद की जान बचाएं। आगे उन्होंने बताया कि 2010-11 से हमारे महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई कार्य कर रही है। 2017-18 में हमारे महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र अजय गुप्ता को इंदिरा गांधी पुरस्कार मिला है। 2020 में आए कोरोना महामारी के समय हमारे राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं ने घर-घर जाकर मास्क बांटा और बच्चों को जागरूक किया साथ ही वैक्सीनेशन कैंप में अहम योगदान दिया। 2023 24 में संजू संजू टोप्पो को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक दुर्गेश पटेल ने किया।