AMBIKAPUR: नकली खोवा और मिलावटी दुग्ध उत्पादों पर प्रशासन की कड़ी नजर…………….15 दुग्ध विक्रेताओं से लिए गए नमूने

नवरात्रि, दशहरा और दीपावली जैसे बड़े त्योहारों के दौरान, सीमावर्ती राज्यों से नकली खोवा, मिलावटी दूध, घी, पनीर और घटिया गुणवत्ता वाली मिठाइयों की आपूर्ति की संभावना काफी बढ़ जाती है। यह मिलावट लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। अम्बिकापुर शहर और इसके आसपास के क्षेत्रों में दूध की पूरी आपूर्ति अस्थाई दुग्ध विक्रेताओं, हॉकरों, फेरीवालों और मोबाइल वेंडरों द्वारा की जाती है, जिनमें मिलावट की आशंका सबसे अधिक होती है।
खाद्य सुरक्षा विभाग का सख्त निरीक्षण अभियान
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि सरगुजा कलेक्टर श्री विलास भोसकर और नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्देशानुसार, अम्बिकापुर शहर में दूध और दुग्ध उत्पादों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। अभिहित अधिकारी के नेतृत्व में विभिन्न मार्गों और चौक-चौराहों पर औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया।
15 दुग्ध विक्रेताओं से लिए गए नमूने

इस अभियान के तहत बंगाली चौक, गांधी चौक, एम.जी. रोड, बनारस रोड और खरसिया रोड जैसे प्रमुख स्थानों से 15 दुग्ध विक्रेताओं से गाय का दूध, भैंस का दूध, मिश्रित दूध, पनीर और खोवा के नमूने एकत्र किए गए। इन सभी नमूनों को परीक्षण और विश्लेषण के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है।
कड़ी कानूनी कार्रवाई का आश्वासन
प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद, खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 और नियम विनियम 2011 के तहत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें ताकि मिलावट पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
