AMBIKAPUR: आज विजयादशमी पर 90 फीट के रावण का होगा दहन…………..सरगुजा में भव्य आयोजन की तैयारी

विजयादशमी का पर्व इस साल आज 12 अक्टूबर 2024 को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर सरगुजा में सरगुजा सेवा समिति, नागरिक समिति, और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में भव्य रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन हर साल पीजी कॉलेज ग्राउंड, अंबिकापुर में होता है, और इस बार भी इस परंपरा को बड़े पैमाने पर मनाने की पूरी तैयारी की गई है। आयोजन स्थल पर 90 फीट के विशालकाय रावण के साथ 50-50 फीट के कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा।
विशालकाय पुतलों का निर्माण
रावण, कुंभकर्ण, और मेघनाद के इन विशाल पुतलों का निर्माण पिछले 15 वर्षों से अंबिकापुर के निवासी मो. जावेद द्वारा किया जा रहा है। इस वर्ष भी उन्होंने अपने 15 कारीगरों की टीम के साथ मिलकर इन पुतलों को बनाने का काम किया है। पुतलों का निर्माण पीजी कॉलेज ग्राउंड में टेंट लगाकर किया गया है, जहां ये टीम पिछले 10 दिनों से काम में जुटी है। इन पुतलों को बनाने के लिए पारंपरिक सामग्री जैसे पैरा, बांस, और कपड़ा का उपयोग किया जा रहा है। मो. जावेद के अनुसार, इस वर्ष का रावण का पुतला 90 फीट लंबा होगा, जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 50-50 फीट ऊंचे होंगे। पुतलों का आकार और भव्यता इसे एक अद्वितीय आयोजन बनाते हैं, और यह क्षेत्र के लोगों के लिए प्रमुख आकर्षण होता है।
रावण दहन की तैयारियां और विशेषताएं
रावण दहन कार्यक्रम की तैयारी अंतिम चरण में है, जिसमें उनमें आतिशबाजी के उपकरण सेट करने का काम शामिल है। आतिशबाजी के लिए एक विशेष टीम तैनात की गई है, जो रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों में आतिशबाजी सेट करेगी। कार्यक्रम के दौरान भव्य आतिशबाजी की जाएगी, जो इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगी।
रावण दहन के दौरान श्रीराम के बाल स्वरूप द्वारा रावण की नाभि में बाण चलाकर उसका अंत किया जाएगा, जो इस कार्यक्रम का पारंपरिक हिस्सा है और हर साल बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित करता है। आतिशबाजी के साथ-साथ, इस दृश्य को देखने के लिए हजारों लोग मैदान में इकट्ठा होते हैं।
भारी भीड़ की संभावना
विजयादशमी के इस पर्व को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। कार्यक्रम स्थल पर दोपहर से ही लोगों का आना शुरू हो जाता है। अंबिकापुर के आसपास के ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए पहुंचते हैं। रावण दहन का आयोजन हमेशा भारी भीड़ को आकर्षित करता है, और इस साल भी भारी भीड़ की उम्मीद है।
विजयादशमी का महत्व
विजयादशमी, जिसे दशहरा भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह पर्व भगवान श्रीराम द्वारा रावण के वध के रूप में मनाया जाता है। हर साल इस दिन को देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, और रावण दहन इस त्योहार का मुख्य आकर्षण होता है। सरगुजा का यह भव्य आयोजन भी इसी परंपरा का हिस्सा है और हर साल की तरह इस बार भी इसे धूमधाम से मनाने की पूरी तैयारी है।
अंततः, विजयादशमी का यह कार्यक्रम सभी के लिए एक प्रेरणादायक अवसर है, जहां लोग बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव मनाते हैं।